हे भगवान् जी,
Happy New Year…
भगवान् जी technically तो मैं आपसे कभी कुछ नही माँगता क्योंकि unofficially आप ही हमे सब देते रहते हो, कल नए साल का पहला दिन था सो आपसे कुछ कहना था,मांगूंगा आज भी कुछ नही,आज तो आप वैसे भी busy होंगे, overtime आपको भी तो नही करना पड़ता?
प्रभु आप तो हमें इस मृत्युलोक में भेजकर भूल ही गए एक हम ही हैं जो फेसबुक पर ‘शेयर करो नही तो बुरी खबर मिलेगी’ वाली फोटो शेयर कर आपको जबरन याद करते हैं।
हे प्रभु काम की बात पर आता हूँ इक छोटी सी लिस्ट है,ये वो चीजे हैं जो इस साल मुझे नही चाहिए।
प्रभु आप तो हमें इस मृत्युलोक में भेजकर भूल ही गए एक हम ही हैं जो फेसबुक पर ‘शेयर करो नही तो बुरी खबर मिलेगी’ वाली फोटो शेयर कर आपको जबरन याद करते हैं।
हे प्रभु काम की बात पर आता हूँ इक छोटी सी लिस्ट है,ये वो चीजे हैं जो इस साल मुझे नही चाहिए।
-पहली वो पड़ोसन जो हर सुबह चीनी, चायपत्ती, मेथी, दूध पाउडर लेने हमारे घर आती है वो नही चाहिए।
-दूसरे पडोस के वो पाण्डे जी जो हमेशा अपने डॉक्टर बेटे के गुण गाते हैं और मुझे ‘बन्दी’ के साथ फिरते वक्त पहचान जाते हैं।
-तीसरे मुझे किसी तरह इस नमो, रागा, एके वाली बकलोली भरी पंचायत से मुक्ति दिला दीजे।
-चौथा फेसबुक पर tag और व्हाट्स एप पर फालतू के जोक चेम्पने वाले दोस्त दूर ही रखिए।
-पांचवा ‘गरल-फ्रेण्ड’ का गोलगप्पों से मोह छुड़वा दीजे ,आधी पॉकेट मनी उसी में उड़ जाती है फिर भी बन्दी अंत में सूखी पपड़ी मांगने से बाज नही आती है।
-और ये अनलिमिटेड टॉकटाइम और जीपीआरएस पैक थोड़े कम करा दीजिए न भगवान,बाकी की पॉकेट मनी उसी में चली जाती है,फिर गरीब के पास आपको रेवरी-खुरहुरी चढ़ाने के पैसे नही बचते।
-सातवाँ उस दोस्त से बचा लीजिए भगवान जो सिर्फ पैसे उधार मांगने आता है और फिर मुंह नही दिखाता,साथ ही उस दोस्त से भी जिसने मुझे उधार दे रखा है और ढूँढता फिर रहा है।
-आठवाँ भगवान एक ऐसी जींस बनवा दीजिए जिससे दाग हमेशा दूर रहे और छह महीने में एक बार धोना पड़े।
-नौंवा ये पासिंग मार्क थोड़े कम कर दीजिए, देखिए मांग नही रहा हूँ कम करने को कह रहा हूँ।
-दसवां और आखिरी पापा कहते हैं हमारी जिन्दगी फटने-फूटने पर टिकी है,कभी तेरी जींस फटती है,कभी तेरी माँ का चश्मा फूटता है, कभी किसी तनख्वाह बची तो पेट्रोल, प्याज , दाल के रेट फट जाते हैं,कभी भ्रष्टाचार तो कभी घोटाले, और कुछ नही तो त्यौहारों पर जेब और पटाखे एक साथ फटती है और ®ओरिजनल आम आदमी© इस सब से कहीं बच- बचा भी जाए तो कहीं ‘बम फट’ जाता है,तो हे भगवान् और नौ चिंताएं दूर करना या नही मेरे, मेरे देश वालों के और संसार के हर बन्दे की जिन्दगी से दुःख-दर्द हमेशा हमेशा दूर रखना।
आपका भक्त- कूल डूडवा
No comments:
Post a Comment